जयशङ्कर प्रसाद

भारतपीडिया तः
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

फलकम्:Infobox writer जयशंकर प्रसादः (Jayshankar Prasad) (1889-1937) हिन्दी भाषाया: महान् लेखक: ।

उदाहरणकविता

बीती विभावरी जाग री!

बीती विभावरी जाग री!

अम्बर पनघट में डुबो रही

तारा घट ऊषा नागरी।

खग कुल-कुल-कुल सा बोल रहा,

किस लय का अंचल डोल रहा,

लो यह लतिका भी भर लाई

मधु मुकुल नवल रस गागरी।

अधरों में राग अमंद पिये,

अलकों में मलयज बंद किये

तू अब तक सोई है आली

आँखों में भरे विहाग री।

- जयशंकर प्रसाद

पश्‍य

बाह्यसम्पर्कतन्तुः

1st Edition 2006, Published by Film Institute, Lucknow (U.P.) – INDIA http://cities.expressindia.com/fullstory.php?newsid=205657

"https://sa.bharatpedia.org/index.php?title=जयशङ्कर_प्रसाद&oldid=4503" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्